Video Conferencing
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग तकनीक में ऑडियो वीडियो का डिजिटल कंप्रेशन किया जाता है वह हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर जो इस तकनीक में काम करता है Encodec ( encoding / decoding) कहलाता है ऑडियो का वीडियो का कंप्रेशन 1 : 500 अनुपात में होता है यह कंप्रेस्ड ऑडियो वीडियो पैकेट में पुन: विभक्त किए जाते हैं वीडियो टेक्नोलॉजी का विकास 1920 के दशक के उत्तरार्ध मैं अमेरिका व ब्रिटेन में जॉन लोगी बेयर्ड एवं AT&T लैब्स द्वारा प्रारंभ किया गया बीसवीं सदी के उत्तरार्द्ध मैं शक्तिशाली वीडियो कोडेक्स एवं हाई स्पीड इंटरनेट ब्रॉडबैंड के अविष्कार के बाद ही वीडियो टेलीफोन का व्यापारिक प्रयोग प्रारंभ हुआ।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सिस्टम के भाग
- मॉडम एवं इंटरनेट कनेक्शन
- वीडियो इनपुट इसमें वीडियो कैमरा वेबकैम काम आते हैं
- वीडियो आउटपुट इसमें कंप्यूटर मॉनिटर टेलीविजन प्रोजेक्ट स्मार्टफोन स्क्रीन आते हैं।
- ऑडियो इनपुट माइक्रोफोन।
- ऑडियो आउटपुट लाउडस्पीकर।
- डाटा ट्रांसफर।
वीडियो कॉन्फ्रेसिंग सिस्टम के प्रकार
वीडियो कांफ्रेंसिंग सिस्टम तीन प्रकार के होते हैं।
- डेडीकेट सिस्टम - इसमें हाई क्वालिटी रिमोट कंट्रोल वीडियो कैमरे का उपयोग किया जाता है। हार्डवेयर सॉफ्टवेयर कोडेक का उपयोग होता है। माइक्रोफोन के साथ साथ लाउडस्पीकर का भी उपयोग होता है। ऐसे सिस्टम केबल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में काम आते हैं।
- डेस्कटॉप सिस्टम - यह सामान्य PC होते हैं जिन्हें add-on द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए उपयोगी बनाया जाता है।
- मल्टीपाइंट वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग- मल्टीपाइंट वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग MUC ( मल्टीप्वाइंट कंट्रोल ) द्वारा संभव है।MUC अनेक पॉइंट के बीच में इंटरफ़ेस की तरह काम करता है। एक MUC के निम्न 2 भाग होते हैं।
- MC मल्टीपाइंट कंट्रोलर
- MC मल्टीपाइंट प्रोसेस
यहां MC सिग्नलिंग को कंट्रोल करता है जबकि MP का कार्य प्रत्येक Endpoints पर Out stream ( Audio Video ) Generate करना वह उसे अन्य Endpoint तक Redirect करना है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के मोड - यह दो मोड में कार्य करता है
- VAS फेज मोड
- Continuous फेज मोड़
VAS मोड में सभी Endpoint पर केवल किसी एक endpoint की Video आती है अर्थात यदि वीडियो कॉन्फ्रेंस मैं चार लोग हैं तो इनमें से तीन के स्क्रीन पर एक ही चौथे व्यक्ति का सीन दिखाई देता है कंटीन्यूअस फेस में हर एक एंड प्वाइंट पर सभी एंडप्वाइंट के सीन दिखाई देते हैं
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के विभिन्न प्रकार -
- टेली सेमिनार
- टेलीकॉन्फ्रेंस
- ई लर्निंग आदि
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के उपयोग
शिक्षा में उपयोग:-
- यह ई लर्निंग को सपोर्ट करती है।
- एक ही प्रोसेसर अनेक इंस्टिट्यूट दो में अपनी सेवाएं दे सकता है।
- यदि एक ऑर्गेनाइजेशन किसी अन्य देश से जुड़ी हैं तो शिक्षा का आदान-प्रदान प्रभावी रूप से हो सकता है।
बिजनेस में उपयोग:-
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा सदस्यों के भिन्न-भिन्न स्थानों पर होते हुए भी मीटिंग की जा सकती हैं।
- इंटरव्यू कराए जा सकते हैं।
- कस्टमर से डायरेक्ट कांटेक्ट किया जा सकता है।
कानून में उपयोग:-
- इसका उपयोग कोर्ट में तब किया जा सकता है जब एक व्यक्ति कोर्ट में उपस्थित होने में और सक्षम हो।
- मिलिट्री की इन्वेस्टिगेशन मैं इसका उपयोग किया जा सकता है।
मीडिया पर प्रभाव:-
- इसके द्वारा प्रेस कांफ्रेंस बुलाई जा सकती हैं।
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