संश्लेषण विधि
(Synthesis Method)
संश्लेषण शब्द का अर्थ - जोड़ना / इकट्ठा करना / समेटना / समेकित करना।
- इस विधि में विश्लेषण प्रक्रिया के पश्चात खंडों के हलों को इकट्ठा / समेकित करके नवीन निष्कर्ष का सर्जन करना।
- विश्लेषण तथा संश्लेषण विधि एक दूसरे के पूरक होती हैं| विश्लेषण कर लेने के पश्चात ही संश्लेषण का कार्य होता है।
प्रोफेसर यंग के अनुसार:-
" संश्लेषण विधि में जहां सूखी घास में से तिनका बाहर निकाला जाता है वही विश्लेषण विधि में तिनका स्वयं घास से बाहर निकलना चाहता है। "
शिक्षण सूत्र:-
- ज्ञात से अज्ञात की ओर
- ज्ञात तथ्यों से अज्ञात निष्कर्ष की ओर।
- प्रत्यक्ष से प्रमाण की ओर।
संश्लेषण विधि के गुण व दोष
संश्लेषण विधि के गुण:-
- सरल, संक्षिप्त विधि है।
- पुस्तक आधारित विधि मानी जाती है।
- पाठ्यक्रम का विकास तेजी से करती हैं।
संश्लेषण विधि के दोष:-
- रटने पर बल देती है।
- विद्यार्थियों को क्यों तथा कैसे का उत्तर नहीं देती हैं।
- स्वतंत्र विधि नहीं है विश्लेषण कर लेने के पश्चात ही संश्लेषण प्रक्रिया संभव होती है।
- आगमन विधि ( Inductive Method )
- निगमन विधि ( Deductive Method )
- विश्लेषण विधि ( Analysis Method )
- संश्लेषण विधि ( Synthesis Method )
- प्रयोगशाला विधि ( Laboratory Method )
- ह्यूरिस्टिक विधि (Heuristics Method)
- प्रोजेक्ट/प्रायोजना विधि (Project Method)
- प्रदर्शन विधि (Demonstration Method
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