संश्लेषण विधि (शिक्षण विधि) Synthesis Method - Study With Radhe

संश्लेषण विधि 
(Synthesis Method)



संश्लेषण शब्द का अर्थ - जोड़ना / इकट्ठा करना / समेटना / समेकित करना।

    - इस विधि में विश्लेषण प्रक्रिया के पश्चात खंडों के हलों को इकट्ठा / समेकित करके नवीन निष्कर्ष का सर्जन करना।

    - विश्लेषण तथा संश्लेषण विधि एक दूसरे के पूरक होती हैं| विश्लेषण कर लेने के पश्चात ही संश्लेषण का कार्य होता है।

प्रोफेसर यंग के अनुसार:- 
                   " संश्लेषण विधि में जहां सूखी घास में से तिनका बाहर निकाला जाता है वही विश्लेषण विधि में तिनका स्वयं घास से बाहर निकलना चाहता है। "

शिक्षण सूत्र:-

  1.  ज्ञात से अज्ञात की ओर
  2.  ज्ञात तथ्यों से अज्ञात निष्कर्ष की ओर।
  3.  प्रत्यक्ष से प्रमाण की ओर।

संश्लेषण विधि के गुण व दोष

संश्लेषण विधि के गुण:-

  1.  सरल, संक्षिप्त विधि है।
  2.  पुस्तक आधारित विधि मानी जाती है।
  3.  पाठ्यक्रम का विकास तेजी से करती हैं।

संश्लेषण विधि के दोष:-

  1.  रटने पर बल देती है।
  2.  विद्यार्थियों को क्यों तथा कैसे का उत्तर नहीं देती हैं।
  3.  स्वतंत्र विधि नहीं है विश्लेषण कर लेने के पश्चात ही संश्लेषण प्रक्रिया संभव होती है।



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